रांची : पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और कौशल विकास व उद्यमिता मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने आज झारखंड के रांची में राज्य सरकार द्वारा आयोजित ‘वैश्विक कौशल शिखर सम्मेलन 2019’ में शिरकत की। इस अवसर पर झारखंड के कुल मिलाकर 1,06,619 युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगारों के लिए सांकेतिक प्रस्ताव-पत्र (ऑफर लेटर) दिए गए। इसके साथ ही यह आंकड़ा 1,00,000 युवाओं को रोजगार देने के लक्ष्य को पार कर गया।
झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू एक दिवसीय वैश्विक कौशल शिखर सम्मेलन 2019 में मुख्य अतिथि थीं। इस शिखर सम्मेलन में झारखंड के मुख्यमंत्री रघुबर दास ने भी शिरकत की। डॉ. नीरा यादव, मंत्री, उच्च, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग, झारखंड सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण, औद्योगिक हस्तियां, 17 देशों के अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधिगण भी इस अवसर पर उपस्थित थे। रोजगार के लिए प्रस्ताव पाने वाले कई कुशल युवाओं ने भी इस सम्मेलन में भाग लिया।
इस अवसर पर धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि बड़ी संख्या में प्रतिभाशाली युवाओं की बदौलत भारत पूरी दुनिया में कुशल श्रमबल की बढ़ती मांग को पूरा करने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि झारखंड में विभिन्न विचारधाराओं के लोग रहते हैं, जो धीरे-धीरे आपस में घुल-मिल जाते हैं। इसके साथ ही झारखंड में अनेक क्षेत्रों जैसे कि विनिर्माण, पर्यटन, सेवाओं इत्यादि में व्यापक संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड को अपनी युवा आबादी के मामले में बढ़त हासिल है और इसके साथ ही यहां प्रचुर मात्रा में प्राकृतिक संसाधन उपलब्ध हैं। धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि सरकार की विभिन्न पहलों एवं कार्यक्रमों से लोगों की कड़ी मेहनत और सपनों को नये पंख लग गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के युवाओं का कौशल बढ़ाने और उन्हें रोजगार पाने में सक्षम बनाने से संबंधित अपनी उपलब्धियों के लिए झारखंड सरकार प्रशंसा की हकदार है।
राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में रोजगारों के लिए चयनित राज्य के एक लाख युवाओं की सफलता एवं उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने झारखंड के युवाओं को कर्मठ, विश्वसनीय और मेहनती बताया । झारखंड के मुख्यमंत्री रघुबर दास ने कहा कि झारखंड की सरकार युवाओं को उपयुक्त कौशल प्रदान कर उन्हें सशक्त बना रही है और इसके साथ ही भविष्य के लिए तैयार कर रही है। इससे प्रतिभाशाली युवा आत्मनिर्भर बन जाएंगे। उन्होंने कौशल विकास के लिए युवाओं को अवसर प्रदान करने और उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए धर्मेन्द्र प्रधान की अगुवाई वाले कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय का धन्यवाद किया।